Re: relegions which accept and refuse rebirth/reincarnation concept
I think these people believed in
यावज्जीवेत् सुखं जीवेत्, ऋणं कृत्वा घृतं पिबेत।
भस्मीभूतस्य देहस्य, पुनरागमनं कुत:।।
अर्थात् जब तक जीओ सुख से जीओ, उधार ले लेकर घी पीओ क्योंकि मरने के बाद देह भस्म हो जाएगी और वापस किसे आना है।
i.e. as long as u live ,live happily.Eat best foods even if u have to take a loan.after death this body will turn to ash who will return?:
तद्विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया ।
उपदेक्ष्यन्ति ते ज्ञानं ज्ञानिनस्तत्वदर्शिनः ॥
उस ज्ञान को तू तत्वदर्शी ज्ञानियों के पास जाकर समझ, उनको भलीभाँति दण्डवत्* प्रणाम करने से, उनकी सेवा करने से और कपट छोड़कर सरलतापूर्वक प्रश्न करने से वे परमात्म तत्व को भलीभाँति जानने वाले ज्ञानी महात्मा तुझे उस तत्वज्ञान का उपदेश करेंगे. श्रीमद्*भगवद्*गीता-4.34
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